Thursday 17 January 2013

एकता, स्वतंत्रता, समानता रहे


एकता, स्वतंत्रता, समानता रहे।
देश में चरित्र की महानता रहे, महानता रहे ॥धृ॥

कण्ठ हैं करोड़ों, गीत एक राष्ट्र का
रंग हैं अनेक, चित्र एक राष्ट्र का
रूप हैं अनेक, भाव एक राष्ट्र का
शब्द हैं अनेक, अर्थ एक राष्ट्र का
चेतना, समग्रता, समानता रहे।
देश में चरित्र की महानता रहे, महानता रहे ॥१॥

विकास में विवेक स्वप्न एक राष्ट्र का
योजना अनेक, ध्यान एक राष्ट्र का
कर्म हैं अनेक, लक्ष्य एक राष्ट्र का
पंथ हैं अनेक, धर्मं एक राष्ट्र का
सादगी, सहिष्णुता, समानता रहे।
देश में चरित्र की महानता रहे, महानता रहे ॥२॥

जाति हैं अनेक, रक्त एक राष्ट्र का
पंक्ति हैं अनेक, लेख एक राष्ट्र का
गाँव हैं अनेक, अंग एक राष्ट्र का
किरण हैं अनेक, सूर्य एक राष्ट्र का
जागरण, मनुष्यता, समानता रहे।
देश में चरित्र की महानता रहे, महानता रहे ॥३॥